डिलीवरी के बाद दूध बढ़ाने की इंपॉर्टेंट एप्स

आजकल कहीं सारी महिलाओं में डिलीवरी के बाद दूध नाना या दूध का प्रमाण कम होना यह समस्या पाई जाती है और बेबी का पेट नहीं भरने के कारण बाहर का दूध फॉर्मूला मिल्क या बोतल कादुर दूध पिलाना पड़ता है ऐसी स्थिति में वह माता चिंतित होती है। मुझे कई बार कमेंट बॉक्स में यह पूछा गया है कि दीदी होने के बाद दूध अच्छे से बने अच्छे से सिगरेट हो इसके लिए क्या करना चाहिए तो आइए इस वीडियो में हम जानेंगे डिलीवरी के बाद अच्छा दूध आने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना है? यदि दूध कम आ रहा है तो दूध को कैसे बढ़ाएं ?और आपके आहार में क्या बदलाव आपको करनी चाहिए ताकि मां का ही दूध भरपेट बेबी के लिए उपलब्ध हो और बेबी की रोगप्रतिकारक शक्ति अच्छे से डेवलप हो। इन सभी बातों इसको जानने के लिए यह वीडियो अंत तक जरूर देखिए और वीडियो अच्छा लगा तो लाइक और शेयर कीजिए ,जिन माताओं को इसकी आवश्यकता है उन तक यह वीडियो जरूर पहुंचाएं। जो टिप्स में आपको अभी बताने वाली हूं वह अगर आप इस्तेमाल करेंगे तो आपको दूध कम होने की शिकायत ही नहीं होगी और यदि आपको दो तो कमा रहा है और आप इन टिप्स को फॉलो करेगी तो आपका दूध जल्दी बढ़ जाएगा। तो ध्यान से सुनिए इन टिप्स को। 1) सबसे महत्वपूर्ण बात आपको 6 महीने तक बेबी को आपका ही दूध पिलाना है उसे ऊपर का कुछ भी नहीं देना है even पानी भी नहीं। अब ब्रेस्टफीडिंग के समय दो मुख्य समस्याएं होती है एक तो कुछ महिलाओं में डिलीवरी के बाद शुरुआत से ही दूध की मात्रा कम होती है या फिर कुछ महिलाओं में शुरुआत में दूध अच्छा होता है लेकिन 2 से 3 महीने के बाद दूध का प्रमाण कम होने लगता है। तो फीडिंग के समय आपको ध्यान रखना है आपको ज्यादा से ज्यादा बेबी को फीडिंग को लगाना है हर 1 घंटे के बाद आपको बेबी को फीडिंग को लगाना है जितना बेबी आप के संपर्क में रहेगा उतना मिल्क सेक्रेशन में आसानी होती है जैसे-जैसे बेबी suck kartaहै वैसे मिल्क सेक्रेशन बढ़ जाता हैl2) आपको आनंदी रहना है स्ट्रेस फ्री रहना है डिलीवरी के बाद हमारा रूटीन चेंज हो जाता है यदि बेबी रात को जगाता है तो हमारी नींद नहीं हो पाती है और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है कभी-कभी डिलीवरी के बाद कुछ अन्य समस्याएं भी यदि होती है तो आपको स्ट्रेस निर्माण हो जाता है.. और फिर स्ट्रेस के कारण जो हार्मोन दूध के लिए जिम्मेदार होते हैं उस पर भी स्ट्रेस तनाव टेंशन का परिणाम होकर वह supress हो जाते हैं और फिर दूध कम मात्रा में सीक्रेट होता है तो इसीलिए आपको ध्यान रखना है आप जितना खुश आनंदी रहेगी उतने हारमोंस अच्छे से स्वीकृत होंगे और दूध भी अच्छे से आएगा। 3) लिक्विड इनटेक बढ़ाना है। मां के दूध में न्यूट्रिएंट्स के साथ-साथ 90% पानी होता है इसीलिए आपको आपके शरीर में पानी की मात्रा अच्छी हो इसका ध्यान रखना है। तो आपको फीडिंग के पहले एक ग्लास गुनगुना पानी पीना है और स्क्रीन के बाद ही आज पॉसिबल एक ग्लास पानी आपको पीना है जिससे शरीर में वाटर लेवल अच्छी रहेगी इसी के साथ फ्रूट जूस सूप कोकोनट वाटर भी ही पी सकती है4) ब्रैस्ट मसाज।।।। ब्रैस्ट मसाज आपको ब्रेस्ट की हल्के हाथों से सर्कुलर मोशन में मसाज करनी है जिससे तम की ग्रंथियां सक्रिय हो जाती है और मिल्क प्रोडक्शन बढ़ने में सहायता होती है 5) ब्रेस्ट क्लीनिंग—ब्रेस्टफीडिंग के पहले आपको निप्पल को अच्छे से क्लीन करना है ताकि निप्पल के pours खुल जाए कभी-कभी दूर होने के बावजूद भी निप्पल के पास यदि बंद है तो दूध बाहर नहीं आएगा और फिर दूध की घटाने होने की संभावना बढ़ जाती है। निपल्स यदि अंदर की तरफ है तो उसे बाहर की तरफ खींचने का व्यायाम भी आपको करना है।6) बेबी को फीड कराते समय आपको ध्यान रखना है की बेबी अच्छे से suck कर रहा है या नहीं अच्छे से suck करने के लिए निप्पल के अकाउंट black poration जो होता है वह बेबी के मुंह में यदि प्रॉपर्ली रहे तो बेबी बराबर suck कर सकता है जिसकी मदद से उसका पेट भरेगा।7) कभी-कभी देखा जाता है बेबी एक ही साइड दूध देता है और दूसरी साइड नहीं पिता ऐसी कंडीशन में आपको जिस साइड से बेबी ने दूध नहीं पिया है वहां दूध हाथ से या पंप की सहायता से निकालना है नहीं तो वहां पर उसकी घटाने बन सकती है जो बहुत ही पेनफुल होती है! जब नेक्स्ट टाइम आफ फीड कर रही है तब आपने वह साइड पहले बेबी को फीडिंग को लगाना है यह साइड से बेबी ने दूर नहीं किया था ताकि दोनों ब्रेस्ट अच्छे से मेंटेन हो 6) इनके अलावा आपको आपके खाने पर भी विशेष ध्यान देना है! आपका आहार संतुलित हो। आपको खाने में ड्राई फ्रूट्स ज्यादा मात्रा में लेने हैं इसके लिए आप भी में बने सूखे मेवे के लड्डू भी खा सकती है। आपको दिन में कम से कम आधा लीटर दूध भी पीना है। दूध में से किया नहीं जाता है तो आप दूध से बनी खीर ले सकती है उसमें आप ड्राई फ्रूट्स ऐड कर सकते हो। खसखस से बनी खीर दूध आने के लिए बहुत कारगर होती है। भोजन करते समय आराम से चबा चबा कर खाना है हरी पत्तेदार सब्जियां और पतली सब्जियां खाने में ज्यादा इस्तेमाल करें। 7) शतावरी कल्प–दूध की मात्रा बढ़ने के लिए शतावरी कल्प एक उत्तम विकल्प होता है शतावरी कल्प दूध में एक से दो चम्मच ऐसे दिन में तीन बार ले सकती है शतावरी पर मेरा seperate वीडियो मैंने डाला हुआ है वह भी आप देख सकती है।8) जीरा वॉटर… मिल्क प्रोडक्शन बढ़ने के लिए जीरा वॉटर बहुत फायदेमंद सिद्ध होता है तो आपको जीरा वॉटर लेना है इसे बनाने की विधि मैंने सेपरेट वीडियो में दी हुई है आप वह देख सकती है .9) आप खाना खाने के बाद मुखवास का सेवन करना है। मुखवास बनाने के लिए आपको बड़ी शेप, ओवा, तिल, कोबरा इन सभी को अच्छे से पीस लेना है। और उसे खाना खाने के बाद खाना है इससे आपका डाइजेशन अच्छा रहेगा तथा बेबी को भी गैसेस की प्रॉब्लम नहीं होगी और मिल्क प्रोडक्शन में भी यह हेल्प करेगा।10) जितना पॉसिबल हो सके आपको बेबी को फॉर्मूला मिल्क देना अवॉइड करना है । यदि आपको दूध कम आ रहा है तो पहले आप को खुद का दूध बेबी को पिलाना है और उसके बाद में ही फॉर्मूला मिल्क देना है ताकि यदि बेबी को भूख रहेगी तो ही बेबी फॉर्मूला मिल्क पिएगा। लेकिन ध्यान रहे ज्यादा से ज्यादा आप का ही दूध बेबी को पिलाना है। तो इन सभी टिप्स को आप को फॉलो करना है। और ब्रेस्टफीडिंग के समय पूरा फोकस बेबी की तरफ रखना है जिससे डेफिनेटली दूध बढ़ने में मदद मिलेगी। धन्यवाद

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